नवरात्र से बड़ी राहत: दूध-दही, कार-बाइक, इंश्योरेंस और टीवी-फ्रिज सब होंगे सस्ते, जानें नई GST दरें

GST नई दरों की हिंदी लिस्ट – दूध, दही, किताबें, दवाइयां, इंश्योरेंस, कार-बाइक और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर टैक्स में बदलाव

GST काउंसिल ने नवरात्र से आम जनता को बड़ी सौगात दी है। दूध-दही, ब्रेड, किताबें, इंश्योरेंस, कार-बाइक और इलेक्ट्रॉनिक्स पर टैक्स घटा दिया गया है। जानें कौन सी चीज़ें होंगी सस्ती और किस पर कितना GST लगेगा।

भारत सरकार ने जीएसटी (GST) काउंसिल ने अपनी पहली बैठक में आम जनता को बड़ी सौगात दी है। नवरात्र के बाद रोजमर्रा की ज़रूरतों से लेकर लग्ज़री आइटम तक कई चीज़े सस्ती हो जाएंगी।

शून्य जीएसटी वाले सामान

अब पढ़ाई-लिखाई की चीजें, दूध-दही, ब्रेड और बीमा सेवाओं पर जीएसटी नहीं लगेगा। बच्चों की कॉपियां, किताबें, पेंसिल, रबर, शार्पनर जैसे सामान पूरी तरह टैक्स फ्री कर दिए गए हैं। इसके अलावा ज़रूरी जीवनरक्षक दवाइयों को भी बिना टैक्स के उपलब्ध कराया जाएगा।

5% स्लैब में रोज़मर्रा की ज़रूरतें

दूध पाउडर, पैक्ड दही, सब्जियां, अनाज, चीनी, दाल, चाय-कॉफी जैसी कुछ मूलभूत वस्तुएं केवल 5% टैक्स पर आएंगी। इसके अलावा, किसान और कृषि किसानी से सम्बंधित कई मशीनों पर भी राहत दी गई है।

12% जीएसटी में राहत

कृषि यंत्रों, ट्रैक्टर के भाग-बgetto थां, प्रोसेस्ड फूड, दूध के उत्पाद और हर्बल दवाइयों पर 12% टैक्स का स्लैब निर्धारित किया गया है। यह पहले से कम होने के कारण इन वस्तुओं की कीमतों में कमी आएगी।

18% स्लैब में बड़ी राहत

छोटी कार, मोटरसाइकिल, हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस और बिगड़बोग बैठे, कई इलेक्ट्रॉनिक सामान 18% जीएसटी में बैठ गए हैं। इस लिहाज से भी टीवी फ्रिज वॉशिंग मशीन जैसे प्रॉडक्ट अब बाकी की तुलना में आसानी से उपलब्ध होंगे।

28%, 40% पर लगाम

कुछ चुनिंदा लग्ज़री और हानिकारक वस्तुएं अभी भी ऊँचे टैक्स स्लैब में रहेंगी। बड़ी गाड़ियां और तंबाकू उत्पाद जहां 28% टैक्स स्लैब में हैं, वहीं पान मसाला और निकोटीन प्रोडक्ट्स पर 40% टैक्स लगेगा।

???? यह बदलाव नवरात्र से लागू होंगे और माना जा रहा कि त्योहारों के मौसम में इससे आम जनता की जेब पर बोझ हल्का होगा।

Check ✅ tax

https://www.winmansoftware.com/files/Business_Profession_Nature.pdf

आम आदमी को मिलेगा सीधा फायदा

इस नए जीएसटी ढांचे से आम जनता को महंगाई से बड़ी राहत मिलेगी। रोज़मर्रा का खर्च कम होगा और हेल्थ-इंश्योरेंस जैसी सेवाएं ज्यादा किफ़ायती होंगी।



Click here

Lasted update